शक्कर की खपत व गठिया
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शक्कर की खपत व गठिया

क्या शक्कर की खपत व गठिया का कोई संबंध है? इज संबंध में अधिक जानने के लिए, इस लेख को पढ़ें. सामान्यत: पर गठिया के रोगियों को सूचना दी जाती है कि वे शक्कर का सेवन न करें, या इसका सेवन कम से कम करें. शक्कर के अत्यधिक सेवन से शरीर के जोड़ों में सूजन हो सकती है. स्वाभाविकत: गठिया होने की आशंका बढ़ाती है. यदि आपको गठिया की समस्या तथा शरीर में जोडोंपर निरंतर सूजन हो, तो सावधान रहें. ऐसा इसलिए है, क्योंकि यह आपके शरीर में बढ़े हुए…

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* शिशिर ऋतु में संधिशोथ की पीडा से बचने के 5 उपाय *

क्या शिशिर ऋतु में आप के संधिशोथ अर्थात जोड़ों की सूजन से बचना चाहते हो ? किसी भी उपाय को अपनाने के पूर्व यह समझना आवश्यक है कि शीतऋतु में संधिशोथ की पीडा में वृद्धी क्युं होती है ? शिशिर ऋतु में संधिशोथ की पीडा में वृद्धी क्युं होती है ? शिशिर ऋतु में, जोड़ों की सूचन, पीडा, तथा जकड़ी हुई मांसपेशियां सामान्य स्वास्थ्य समस्या है. शीतकाल में हड्डी एवमजोड़ों से संबंधितउपचारोंके के लिए रुग्णोंकी मात्रा में 50 प्रतिशत वृद्धी होती है. त्वचा में बाहरी कारणों से होनेवाली किसी भी…

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संधिवात की वृद्धी रोखने के लिए निवारक उपाय

कुछ प्रकार के संधिवात (गठिया), जैसे कि ऑस्टियोआर्थराइटिस, संधिशोथ जोड़ों को प्रभावित करने वाला जीर्ण विकार हैं. इन्हें स्व – प्रतिरक्षित विकार कहा जा सकता है, जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली पर भूल से आक्रमण करता है. सामान्यत:, पैंतालीस वर्ष से अधिक आयु मे, इस विकार से ग्रस्त होने की संभावना अधिक होती हैं. संधिवात की वृद्धी रोखने के कई उपाय है. गठिया का उपाय गठिया का उपाय इसके प्रकार तथा गंभीरता पर निर्भर करता है. रोग कुछ महीनों से लेकर कई वर्षों तक रह सकता है.कुछ विशेषज्ञों का कहना है…

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बढता हुआ जोडों का प्रदाह एवम आहार व अन्य आदते

आज के तनाव भरे जीवन में, जो लोग अपने काम और अन्य गतिविधियों में बहुत व्यस्त हैं. उनमें से कई लोग अनुचित प्रकार से आहार लेते है. आहार से संबंधित यह आदतें, संधिवात अर्थात जोडों का प्रदाह अर्थात गठिया कि वृद्धि में कारण बनती हैं. बहुत से लोग बिना क्षुधा के खाना खाते रहते हैं. बहुत शीघ्रता से खाना खाते हैं. तथा बासी खाना, जंक फूड, दिन भर खाते रहना आदि आदतोंके अधीन हो चुके रहते है. दूसरी ओर, विशेष रूप से गरीब वर्ग के अपने कुछ कारण है. जहाँ…

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