रूसी से निपटने के प्राकृतिक उपचार
क्या विभिन्न उपचारों का उपयोग करने के पश्चात भी आप केशों में रूसी का सामना कर रहे हैं ? क्या उपचारों के पश्चात भी आपके केशों में रूसी पुनश्च लौट आ रही है ? यदि ऐसा है, तो आपको रूसी से निपटने के प्राकृतिक उपचार को आजमाने के संदर्भ में अवश्य सोचना चाहिए.
रूसी से छुटकारा पाने के लिए हम में से अधिकतर लोग सामान्यत: शॅम्पू का उपयोग करते हैं. आपने कदाचित देखा होगा कि .शॅम्पू का उपयोग करने के पश्चात रूसी लुप्त हो गयी है. किंतु यह समस्या की जड़ का समाधान नहीं हो रहा है. जैसे ही शॅम्पूका उपयोग करना रोक दे, रूसी फिर से प्रकट हो रही है. इसके अलावा, यदि शॅम्पू में हानिकारक रसायन होते हैं, तो खोपड़ी की त्वचा को नुकसान अपरिहार्य है. अंतत: केशों का स्वास्थ्य प्रभावित होना ही है. हानिकारक शॅम्पू के अतिरिक्त प्रयोग से केशों की प्राकृतिक चमक खो देना, या केश सूखे या कमजोर हो जाना भी संभव है. शॅम्पू बदलने से भी इन समस्याओं का समाधान नही मिल सकता.
रूसी के कारण :
इस से निपटने के लिये, रूसी के कारणों के जड़ तक पहुंचना चाहिए. रूसी के सामान्य कारण क्या हैं ?
- केशों में पोषण की कमी
- सिर के त्वचा के पीएच स्तर में असंतुलन
- सिर के त्वचा का निर्जलीकरण
- रासायनिक शॅम्पू या तत्सम उत्पादों का अत्यधिक उपयोग
- सिर की त्वचा का अन्य कोई अस्वास्थ्य
उपरोक्त प्रत्येक कारण के भिन्न-भिन्न उपाय है. किंतु रूसी से निपटने के लिए कुछ प्राकृतिक उपचार हैं, जो अधिकांश लोगों के साथ उपयोगी सिद्ध हुए हैं. इन उपचारों में से दो उपचार यहां दिये हैं :
उपचार क्रमांक 1 :
सामग्री: दो से तीन चम्मच नारियल का तेल एवम एक नींबू
सबसे प्रथम एक कटोरी में दो से तीन चम्मच नारियल का तेल और नींबू का रस एक साथ मिलाएं. एक बार जब दोनों का मिश्रण हो जाएं, तो कपास के गोले की सहाय्यता से इस मिश्रण को केशों की जड़ों पर लगाएं. इस मिश्रण को केशों पर कम से कम एक घंटे के लिए छोड़ दें. फिर अपने केशों को सौम्य शॅम्पू से धो लें. केवल रीठा, आंवला जैसी प्राकृतिक जड़ी बूटियों वाले शॅम्पू का ही उपयोग करें.
लाभ :
नींबू एवम नारियल के तेल के मिश्रण को केशों पर लगाने से .शॅम्पू के कारण झड़नेवाले केशों की संख्या घटेगी. नींबू में साइट्रिक अॅसिड होता है. इसमें अॅंटी-फंगल तथा अॅंटी-बॅक्टीरियल गुण भी होते हैं, जो सिर के त्वचा की समस्याओं को कम करते हैं. नारियल का तेल केशों को जड़ों से मजबूत बनाता है. सिर की त्वचा को नमी मिलती है. इससे केशों को पोषक तत्व भी मिलते हैं.
उपचार क्रमांक 2 :
एलोवेरा जेल को केशों की जड़ों पर लगाना बहुत उपयुक्त होता है. यह सूखे तथा निर्जीव केशों की समस्या को दूर करने में सहाय्यकारी है. इसके अलावा आप मेथी पाउडर को भी केशों में लगा सकते हैं.
एक मिक्सर में तीन बड़े चम्मच मेथी के बीज घोलिएं. अब इस पेस्ट में एक चम्मच नारियल का तेल मिलाएं. इस मिश्रण को केशों की जड़ों पर लगाएं. एक घंटे के बाद, अपने केशों को गुनगुने पानी से धो लें. केशों को धोने के लिए केवल हर्बल .शॅम्पू का ही उपयोग करें.
लाभ :
मेथी पाउडर केशों को पतला होने से तथा रूसी रोकने में सहाय्यकारी है. इसका उपयोग प्राकृतिक हेअर क्लींजर के रूप में भी किया जाता है. इसके अतिरिक्त यह मिश्रण केशों में कोमलता एवम चमक भी लाएगा.
हेअर ग्रो थेरेपी को भी आप,आजमा सकते हो. इसमें प्राकृतिक तेलों का एक आदर्श मिश्रण है. रूसी से निपटने के लिए यह एक उत्तम उपचार है. इसके नियमित उपयोग से, केशों के स्वास्थ्य से संबंधित कई और समस्याओं का भी समाधान होता है. आप हमारे ब्लॉग्स में केशों के स्वास्थ्य से जुडे कई लेख है. उन्हे अवश्य पढे.