सौंदर्य प्रसाधन और प्रतिकूल परिणाम
कुछ सौंदर्य प्रसाधन नियमित उपयोग करने पर विपरित परिणाम भी देते है. विशेष रूप से वो सौंदर्य प्रसाधन, जो रसायनों के उपयोग से बनते हैं, अॅलर्जी के कई प्रभाव शरीर पर छोड़ सकते हैं.
यह केवल लोशन और क्रीम तक सीमित नहीं है. अन्य कॉस्मेटिक उत्पादों का दीर्घकालीन उपयोग भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता हैं.
प्रमुख प्रसाधन
1) हेअर डाई :
आकर्षक और युवा दिखने के लिए नियमित रूप से हेयर डाई का उपयोग करना,स्वीकार हो चुका है. कुछ हेयर डाई में फिनाइल-ऐलेनिन-डायमाइन जैसे हानिकारक रसायन हो सकते हैं. यह रसायन भयानक दुष्प्रभाव उत्पन्न करने के लिए जाना जाता है. चेहरे का लाल होना या सूजन, सिर की त्वचा, चेहरा या नेत्रों में जलन आदि इसकी एलर्जी की प्रतिक्रिया के कुछ लक्षण हैं. इस रसायन युक्त हेयर डाई के दीर्घकालिन उपयोग के कारणकॅन्सरहोने के उदाहरण हैं.
2) शॅम्पू:
कई सुगंधित शॅम्पू का अत्यधिक उपयोग सिर की त्वचा को गंभीर हानि पहुंचा सकता है. इससे केशों का का गिरना तथाकेशों की प्रभाकम होना जैसे परिणाम दिख सकते है.
3) साबुन:
स्नान केअधिकांश साबुनों में कॉस्टिक सोडा होता है. कई औषधीय साबुन भीजीवाणुरोधी पदार्थों का उपयोग करते हैं.सामान्यत: इन पदार्थों के कारण सूखापन व अन्य त्वचा विकार होते हैं.
4) सुगंधित केश तेल:
कुछ सुगंधित केशतेलों का उपयोग अॅलर्जी का कारण बनते हुए पाया गया है.
5) कुमकुम:
परिधान किये हुए पोशाक सेमिलतेजुलते रंग के कुमकुम का उपयोग करना एक अच्छा फॅशन हो सकता है, किंतु स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से यह अच्छा होगा ही ऐसा नहीं कहा जा सकता. इन कुमकुम में उपयोग किए जाने वाले गोंद,अॅलर्जी की प्रतिक्रिया का कारण बन सकते हैं.इस अॅलर्जी की अनदेखी करतेहुए दीर्घकालिनउपयोग से श्वित्र (सफेद दाग) हो सकता है.
6) नेल पॉलिश:
नेल पॉलिश में फॉर्मेल्डहाइड का उपयोग सामान्य है. यह उपयोगदीर्घकाल टिकने वाले नाखून के विकार दे सकता है तथा कभी कभी पलकों के निकटनिरंतर खुजली का कारण हो सकता है.
7) लिपस्टिक:
कुछ लिपस्टिकों में उपयोग किए जाने वाले मोमतथा रंग के प्रतिकूल दुष्प्रभाव दिखाई पडे हैं.
कुछ अन्य प्रसाधन
8) काजल व तत्सम पदार्थ:
इन सौंदर्य प्रसाधनों में विभिन्न धातुओं का उपयोग किया जाता है, जिस से त्वचा का रंग सदा के लिए बदल सकता है. साथ ही इस से निशान पड़ने का भी खतरा रहता है.
9) फेस पाउडर क्रीम:
कुछ फेस पाउडर, लाल त्वचा, चकत्ते, जलन आदिजसी अॅलर्जीयांनिर्माण कर सकते हैं.
10) ब्लीचिंग:
गोरा दिखने के लिए ‘ब्लीचिंग’ एक सामान्य तकनीक बन गई है. लेकिन कई ब्लीचिंग एजेंटों में अमोनियायुक्त पारा होता है, जिससे त्वचा में जलन हो सकती है.